Today Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स – 2 मार्च 2024 हिंदी

0
327
Share this Post On:

Last updated on March 4th, 2024 at 11:30 am

Current Affairs 2024
Current Affairs 1 मार्च 2024 के लिएयहाँ क्लिक करे
Current Affairs 3 मार्च 2024 के लिएयहाँ क्लिक करे

(1) भारत और मलेशिया का द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास ‘समुद्र लक्ष्मण’ 28 फरवरी से 2 मार्च 2024 तक विशाखापट्टनम में आयोजित किया जा रहा है।
=> भारत की ओर से, भारतीय नौसेना का जहाज किल्टन और रॉयल मलेशियाई जहाज केडी लकीर इस अभ्यास के तीसरे संस्करण में भाग ले रहे हैं।
=> दोनों देशों के बीच प्रतिवर्ष संयुक्त सैन्य अभ्यास “हरिमऊ शक्ति” आयोजित किया जाता है।
आईएनएस किल्टन:
=> आईएनएस किल्टन कामोर्टा श्रेणी का पनडुब्बी रोधी युद्धक कार्वेट है।
=> इस जहाज का निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), कोलकाता द्वारा किया गया था ।
=> इसे 26 मार्च 2013 को लॉन्च किया गया था और 16 अक्टूबर 2017 को चालू किया गया था।
भारतीय नौसेना:
=> भारतीय नौसेना की स्थापना 26 जनवरी 1950 को किया गया। यह केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है ।
=> नौसेनाध्यक्ष: एडमिरल आर. हरि कुमार
=> नौसेना दिवस: 4 दिसंबर
=> आदर्श वाक्य: ‘शं नो वरुणः’ अर्थात् ‘जल के देवता वरुण हमारे लिये शुभ हों ।’

(2) 29 फरवरी, 2024 को डीआरडीओ ने अत्‍यधिक कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली मिसाइल- वशोराद (VSHORADS) का ओडिशा में चांदीपुर के तट पर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से दो सफल उड़ान परीक्षण किया।
=> वशोराद पोर्टेबल हवाई रक्षा प्रणाली है, जिसे रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) द्वारा स्वदेशी रूप से तैयार और विकसित किया गया है।
रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) के बारे में :
=> रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) हैदराबाद , तेलंगाना में स्थित एक DRDO प्रयोगशाला है ।
=> यह प्रयोगशाला भारतीय सशस्त्र बलों के लिए मिसाइल सिस्टम, निर्देशित हथियारों और उन्नत एवियोनिक्स के अनुसंधान और विकास के लिए कार्य करती है ।
=> इसकी स्थापना 1988 में एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा किया गया था ।
=> वर्तमान में इसके निदेशक उम्मालनेनी राजा बाबू हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)
=> DRDO रक्षा मंत्रालय का रक्षा अनुसंधान एवं विकास (Research and Development) विंग है, जिसका लक्ष्य भारत को अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों से सशक्त बनाना है।
=> डीआरडीओ का स्थापना वर्ष – 1958
=> डीआरडीओ का मुख्यालय – नई दिल्ली
=> डीआरडीओ प्रमुख – डॉ. समीर वी. कामत

(3) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी, 2024 को तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के एक तटीय गांव कुलशेखरपट्टनम में स्पेसपोर्ट की रखी आधारशिला रखी।
=> कुलसेकरपट्टिनम स्पेसपोर्ट भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का दूसरा स्पेसपोर्ट है ।
=> वर्तमान में, इसरो के पास एक अंतरिक्ष स्टेशन ‘सतीश धवन’ है जो आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित है| जिसमें दो लॉन्च पैड हैं।
=> कुलसेकरपट्टिनम स्पेसपोर्ट पर 950 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है एवं इसका निर्माण 2,350 एकड़ में किया जा रहा है।
=> इसरो ने 28 फरवरी को इस नव स्थापित लॉन्च कॉम्प्लेक्स से रोहिणी साउंडिंग रॉकेट (आरएच – 200) का सफल प्रक्षेपण किया |
=> वीएसएससी ने रॉकेट और मौसम संबंधी पेलोड प्रदान किया, जबकि एसडीएससी ने रडार, लॉन्चर और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम सहित => लॉन्च सुविधाओं की प्राप्ति और स्थापना का नेतृत्व किया।
=> यह स्पेसपोर्ट से रोहिणी रॉकेट की पहली उड़ान के साथ-साथ स्पेसपोर्ट की पहली उड़ान थी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO):
=> ISRO भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के तहत एक अंतरिक्ष एजेंसी है, जिसका मुख्यालय कर्नाटक राज्य के बेंगलुरु शहर में है ।
=> पहले इसरो को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (इन्कोस्पार) के नाम से जाना जाता था, जिसे डॉ. विक्रम ए. साराभाई की दूरदर्शिता पर 1962 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था ।
=> इसरो का गठन 15 अगस्त, 1969 को किया गया था तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए विस्तारित भूमिका के साथ इन्कोस्पार की जगह ली। अंतरिक्ष विभाग की स्थापना हुई और 1972 में इसरो को अंतरिक्ष विभाग के तहत लाया गया ।
=> भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, 19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ के रॉकेट की सहायता से अंतरिक्ष में छोड़ा गया था। इसका नाम महान गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था ।
=> 7 जून 1979 को भारत का दूसरा उपग्रह भास्कर जो 442 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया ।
=> एसएलवी उपग्रह प्रक्षेपण यान-3 (एसएलवी-3) भारत द्वारा निर्मित पहला प्रायोगिक उपग्रह प्रक्षेपण यान था ।
=> 1980 में रोहिणी उपग्रह को भारत द्वारा निर्मित पहला प्रायोगिक उपग्रह प्रक्षेपण यान ‘एसएलवी-3’ द्वारा कक्षा में स्थापित किया गया था ।

(4) 1 मार्च, 2024 को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) द्वारा नई दिल्ली में पहली ‘ब्लू टॉक्स’ बैठक का आयोजन किया गया ।
=> इस बैठक में फ्रांस के दूतावास और भारत में कोस्टा रिका के दूतावास की सह-भागीदारी थी।
पहली ‘ब्लू टॉक्स’ बैठक का मुख्य उद्देश्य :
=> महासागर के प्रशासन और स्वास्थ्य से संबंधित विषयों पर अच्छी प्रथाओं और सफल अनुभवों का आदान-प्रदान करना
=> सरकारी और गैर-सरकारी दोनों तरह के विभिन्न हितधारकों से सिफारिशें और इनपुट प्राप्त करना
=> यूएनओसी 3 की तैयारी को प्रतिबिंबित करते हुए और उसमें आवश्यक जानकारी शामिल करना
=> समुद्र के स्वास्थ्य पर चिंताओं को दूर करने के लिए विशिष्ट कार्यान्वयन कार्यों की तलाश करना था ।

(5) 1 मार्च, 2024 को, भारत और श्रीलंका ने कोलंबो में हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली परियोजना से जुड़े एक समझौता पर हस्ताक्षर किया।
=> यह समझौता भारत सरकार, श्रीलंका सस्टेनेबल एनर्जी अथॉरिटी और एक निजी कंपनी के बीच हुआ।
=> यह परियोजना जाफना के पास तीन द्वीपों डेल्फ़्ट, नैनातिवु और अनालाईतिवु पर केंद्रित होगी।
=> यह परियोजना इन द्वीपों को सौर और पवन ऊर्जा उपलब्‍ध कराएगी। यह समझौता

(6) 5 मार्च, 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गोवा स्थित नौसेना युद्ध कॉलेज (नेवल वॉर कॉलेज) में नए अत्याधुनिक प्रशासनिक-सह-प्रशिक्षण भवन ‘चोल भवन’ का उद्घाटन करेंगे|
=> चोल राजवंश के शक्तिशाली समुद्री साम्राज्य की याद में इस आधुनिक भवन का नाम ‘चोल’ रखा गया है।
नेवल वॉर कॉलेज (NWC):
=> नेवल वॉर कॉलेज (NWC) गोवा में स्थित भारतीय नौसेना का एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है ।
=> नेवल वॉर कॉलेज की स्थापना 17 सितंबर 1988 को मुंबई के करंजा में कॉलेज ऑफ नेवल वॉरफेयर (CNW) के रूप में की गई थी ।
=> साल 2010 में इस कॉलेज का नाम बदलकर नौसेना युद्ध कॉलेज (नेवल वॉर कॉलेज) कर दिया गया और अंततः सितंबर 2011 में गोवा में स्थानांतरित कर दिया गया।
=> नेवल वॉर कॉलेज (NWC) का पहला कमांडेंट 30 जनवरी 2012 को रियर एडमिरल आर. हरि कुमार , वीएसएम को नियुक्त किया गया था |
=> वर्तमान कमांडेंट रियर एडमिरल अर्जुन देव नायर वीएसएम है|

(7) भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ज़ूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया-ZSI) ने ‘हेड-शील्ड समुद्री स्लग’ की एक नई समुद्री प्रजाति का नाम वर्तमान राष्ट्रपति के सम्मान में ‘मेलानोक्लामिस द्रोपदी’ रखा है| प्रस्तावित सामान्य नाम ‘द्रौपदी हेडशील्ड समुद्री स्लग’ है।
=> भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआई) के वैज्ञानिकों ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में क्रमशः उदयपुर और दीघा तट पर इस नई प्रजाति की खोज की है ।
=> यह एक छोटा अकशेरुकी प्राणी है जिसकी अधिकतम लंबाई 7 मिमी तक होती है, इसका रंग भूरा-काला होता है और इसकी पीठ पर रूबी लाल धब्बा होता है ।
=> इस प्रजाति का प्रजनन नवंबर से जनवरी के बीच देखा जाता है।
=> ZSI ने स्पष्ट किया है कि इस समूह की प्रजातियाँ आमतौर पर हिंद-प्रशांत महासागरीय क्षेत्र के समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाई जाती हैं, इनकी तीन प्रजातियाँ वास्तव में उष्णकटिबंधीय हैं: थाईलैंड की खाड़ी से मेलानोक्लैमिस पैपिलाटा, पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा तट से मेलानोक्लैमिस बेंगालेंसिस तथा मेलानोक्लैमिस द्रौपदी।
=> ZSI वैज्ञानिकों ने 2022 में दीघा और धामरा के तट पर खोजी गई हेड-शील्ड समुद्री स्लग की एक और किस्म का नाम बंगाल की खाड़ी के नाम पर रखा था – मेलानोक्लैमिस बेंगालेंसिस।
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ज़ूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया-ZSI):
=> भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI), पर्यावरण और वन मंत्रालय का एक अधीनस्थ संगठन है।
=> इसकी स्थापना 1916 में की गई थी।
=> इसका मुख्यालय कोलकाता में है।
=> प्रारंभ में, ZSI के पूरे भारत में 8 क्षेत्रीय केंद्र थे। वर्तमान में, देश भर में 16 क्षेत्रीय केंद्र हैं।
=> इसे राष्ट्रीय जैव विविधता अधिनियम, 2002 की धारा 39 के अनुसार राष्ट्रीय प्राणी संग्रह के लिए नामित भंडार के रूप में घोषित किया गया है ।

(8) हर साल 1 मार्च को विश्व भर में ‘शून्य भेदभाव दिवस (Zero Discrimination Day)’ मनाया जाता है।
=> शून्य भेदभाव दिवस का मुख्य लक्ष्य महिलाओं के अधिकारों (Women Rights) की रक्षा करते हुए महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना है।
=> शून्य भेदभाव दिवस की शुरुआत 1 मार्च, 2014 को UNAIDS के कार्यकारी निदेशक मिशेल सिदीबे द्वारा बीजिंग में की गई थी।
=> शून्य भेदभाव दिवस 2024 का थीम “टू प्रोटेक्ट एवरीवन्स हेल्थ, प्रोटेक्ट एवरीवन्स राइट्स (To protect everyone’s health, protect everyone’s rights) है।

(9) 1 मार्च, 2024 को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने ‘राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता माह 2024’ का शुभारंभ किया |
=> इस अभियान का थीम: “बाधाओं को तोड़ना: जन्म दोष वाले बच्चों का समावेशी समर्थन” (Breaking Barriers: inclusive support for children with birth defects) है।

(10) आईपीएस अधिकारी अनुराग अग्रवाल को संसद सुरक्षा का ‘संयुक्त सचिव’ नियुक्त किया गया है।
=> अनुराग अग्रवाल 1998 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अफसर हैं।
=> इनसे पहले आईपीएस रघुबीर लाल इस पद पर थे ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here